‘भूल भुलैया 2’ फिल्म समीक्षा – दमदार कॉमेडी है भूल भुलैया 2
कार्तिक आर्यन हिंदी सिनेमा की मौजूदा पीढ़ी के उन गिने चुने सितारों में हैं, जिनकी पृष्ठभूमि किसी फिल्मी परिवार से नहीं है। ‘प्यार का पंचनामा’, ‘प्यार का पंचनामा 2’ और ‘सोनू के टीटू की स्वीटी’ जैसी फिल्मों से कार्तिक ने अपनी एक खास पहचान बनाई है। उनकी नई फिल्म ‘भूल भुलैया 2’ के हीरो रूहान रंधावा उर्फ रूह बाबा की। ये हिंदी सिनेमा की परंपराओं में चले आ रहे वे निशान हैं, जो अब इसके दामन पर धब्बों सरीखे दिखने लगे हैं। कार्तिक के सामने उनकी पिछली दोनों फिल्मों में चुनौती रही है खुद को एक ऐसा कलाकार साबित करने की जो अकेले अपने बलबूते एक फिल्म को खींच सके। नतीजा वह खुद जानते हैं। वह अच्छे कलाकार हैं। अच्छी ‘टीम’ मिले तो वह चमत्कार कर सकते हैं।
फिल्म ‘भूल भुलैया 2’ की कहानी पूरी फिल्मी है। अंधविश्वास की धारणाएं फिल्म की रूह हैं। हिंदी सिनेमा ऐसी कहानियों से हर दौर में संजीवनी पाता रहा है। जैसा कि नाम से ही इंगित है ये फिल्म अक्षय कुमार, विद्या बालन और शाइनी आहूजा की कोई 14 साल पहले रिलीज हुई इसी नाम की फिल्म की ब्रांडिंग से सांसें पाती है। दोनों फिल्मों का आपस में कोई लेना देना नहीं है फिर भी फिल्म अपनी अग्रजा की याद दिलाती रहती है। कहानी रूह और रीत की है। दोनों के प्यार में आए पुरानी हवेली के ट्विस्ट की है। दोनों के अपने अपने भरोसे हैं और है एक लंबा चौड़ा परिवार जिसका हर किरदार खुद को ‘बाजीगर’ समझता है।
कार्तिक आर्यन अपनी पिछली दो कमजोर फिल्मो के बाद फिर से रंगत में हैं। उन्हें लगता भी रहा है कि फिल्म ‘भूल भुलैया 2’ में जो कुछ है वह बस वही हैं। अपने इस गुमान से कार्तिक को बाहर आना ही होगा नहीं तो उनके लिए कठिनाई और बढ़ेगी। कार्तिक के अभिनय में ताजगी है। वह फिल्म का चेहरा भी हैं। काफी हद तक फिल्म ‘भूल भुलैया 2’ में कामयाब रहे कार्तिक के करियर की ये नई पायदान हो सकती है। कियारा आडवाणी अपने दौर की बाकी सारी अभिनेत्रियों जैसा ही अभिनय करती हैं। बाल कलाकार सिद्धांत प्रभावित करते हैं। राजेश शर्मा, राजपाल यादव और संजय मिश्रा ने फिल्म में शोर खूब मचाया है। नए चरित्र अभिनेताओं की हिंदी सिनेमा को अब सख्त जरूरत दिखने लगी है।
फिल्म ‘भूल भुलैया 2’ पूरी तरह से तब्बू की फिल्म है। फिल्म इंटरवल के बाद जरूरत से ज्यादा लंबी है लेकिन इस दौरान तब्बू की अदाकारी दर्शकों को बांधे रखती है। उनको जैसे भी संवाद मिले, उनको उन्होंने अपने अभिनय से साधा है।
निर्देशक – अनीस बज्मी
निर्माता – मुराद खेतानी और भूषण कुमार
कलाकार – कार्तिक आर्यन , कियारा आडवाणी , तब्बू , राजेश शर्मा , राजपाल यादव , संजय मिश्रा और समर्थ आदि।
रेटिंग – 3/5 ⭐⭐⭐